गेहूं की कटाई के बाद इन फसलों की खेती करें, कम लागत में होगी बंपर कमाई

भारत में गेहूं की कटाई अप्रैल-मई महीने में होती है। इसके बाद खेत खाली रह जाते हैं। किसानों के लिए यह एक अच्छा मौका है कि वे कम लागत में अच्छी फसल उगाकर मुनाफा कमा सकते हैं।

गेहूं की कटाई के बाद इन फसलों की खेती करें, कम लागत में होगी बंपर कमाई

यहाँ कुछ ऐसी फसलों की सूची दी गई है जिनकी खेती आप गेहूं की कटाई के बाद 70-90 दिनों में कर सकते हैंhttps://centrallnews.com/hero-duet-e-sirf-50000-me-electric-scooter/:

  • मूंग: मूंग दाल एक रबी की फसल है जो कम समय में तैयार हो जाती है। यह कम पानी वाली फसल है और इसकी खेती विभिन्न प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। मूंग की दाल की अच्छी मांग है और यह किसानों के लिए मुनाफे का सौदा हो सकती है।
  • उड़द: उड़द दाल भी एक रबी की फसल है जो कम समय में तैयार हो जाती है। यह मूंग की तरह कम पानी वाली फसल है और इसकी खेती विभिन्न प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। उड़द दाल की भी अच्छी मांग है और यह किसानों के लिए मुनाफे का सौदा हो सकती है।
  • तिल: तिल एक तिलहन की फसल है जो कम समय में तैयार हो जाती है। यह कम पानी वाली फसल है और इसकी खेती विभिन्न प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। तिल के कई उपयोग हैं और इसकी अच्छी मांग है। यह किसानों के लिए मुनाफे का सौदा हो सकता है।
  • सूर्यमुखी: सूर्यमुखी एक तिलहन की फसल है जो कम समय में तैयार हो जाती है। यह कम पानी वाली फसल है और इसकी खेती विभिन्न प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। सूर्यमुखी के बीजों से तेल निकाला जाता है। इसकी अच्छी मांग है और यह किसानों के लिए मुनाफे का सौदा हो सकता है।
  • रिजका: रिजका एक मसाला फसल है जो कम समय में तैयार हो जाती है। यह कम पानी वाली फसल है और इसकी खेती विभिन्न प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। रिजके की अच्छी मांग है और यह किसानों के लिए मुनाफे का सौदा हो सकता है।

इन फसलों की खेती करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें:

  • मौसम: इन फसलों की खेती के लिए मौसम का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। इन फसलों को गर्मियों के मौसम में उगाया जाता है।
  • भूमि: इन फसलों की खेती के लिए विभिन्न प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। लेकिन, मिट्टी उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली होनी चाहिए।
  • सिंचाई: इन फसलों को कम पानी की आवश्यकता होती है। लेकिन, नियमित सिंचाई करना महत्वपूर्ण है।
  • खाद और उर्वरक: इन फसलों को अच्छी मात्रा में खाद और उर्वरक की आवश्यकता होती है। आप जैविक खाद और उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं।
  • कीट और बीमारी: इन फसलों को कुछ कीटों और बीमारियों का खतरा होता है। इनसे बचाव के लिए उचित उपाय करना महत्वपूर्ण है।

इन बातों का ध्यान रखकर आप गेहूं की कटाई के बाद कम लागत में अच्छी फसल उगाकर मुनाफा कमा सकते हैं।

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